कुत्ते

हाँ, वे शिकारी कुत्ते थे
उन्नत  प्रजाति के
पर थे तो कुत्ते ही
मालिकों के इशारे पर
किसी भी शिकार को घेरते
फिर  मार देते
गर्म मांस के टुकड़े पाकर
बने रहते वफादार

समय बदला
अपनी मेहनत को पहचान
मांस के टुकड़े पाना
समझने लगे अधिकार
बढता गया दुस्साहस
अकेले, बिना मालिक के
करने लगे शिकार

मालिकों को चिंता हुई
आनन-फानन में सभा हुई
सब एकमत थे
कुत्तों की फिर से हो पहचान
उनपर लगाम लगाने का
जारी हुआ फरमान
जो समय से चूकेंगे
पिंजरे में जाके भूकेंगे

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