सेंसेक्स और माँ

सेंसेक्स का संवेदी सूचकांक
और
बूढ़ी तथा अशक्त माँ की
चढ़ती-उतरती साँसे
दोनों कितनी समान
दोनों का उतार-चढ़ाव
कितना जोखिम भरा !
बस इतना-सा फर्क
सेंसेक्स पर हर सेकंड नजर है
( संवेदी जो है )
लेकिन माँ ...
अंधेरे और एकांत में
उपेक्षित...
नज़र कैसे आएगी
वो किसी वेवसाइट या चैनल पर
दिख भी नहीं रही है

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