प्रतिदान

घोड़े सरपट दौड़ते हैं
और तेज..!  
गिरते हैं, उठते हैं
दूसरों को पछाड़
कुछ गंतव्य तक पहुंचते हैं
प्रशिक्षित करके अंत में
गदहों की सेवा में
लगाए जाते हैं

उनमें से कुछ..!
उत्तम सेवा की बदौलत
पुरस्कृत होते हैं
उपरांत..!
उनकी मादाएं
खच्चरों को जन्म देती हैं